May 9, 2024

Asafoetida (ऐसाफेटिडा)

Asafoetida

Asafoetida (ऐसाफेटिडा) Benefits in hindi :-

आमतौर से हींग का इस्तेमाल घर की रसोई में दाल, सब्जी और सांभर का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं की खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा हींग के कई Health benefits भी हैं । जी हाँ ! खासकर के पेट से जुड़ी समस्याओं में हींग का कोई तोड़ नही है ।

आयुर्वेद में सदियों से हींग का इस्तेमाल पेट से जुड़े विकारों तथा विभिन्न दूसरे शारीरिक समस्याओं में होता आया है । अगर हम आयुर्वेदिक किताबों और एक्सपर्ट्स की माने तो हींग स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है । इसका नियमित रूप के सेवन करने से मधुमेह शरीर की गाँठों, दर्द, अरुचि, पेट के कीड़ों, पथरी, पुराने जुकाम, बवासीर, पेट के रोग, गैस और कब्ज जैसे रोगों में आराम मिलता है ।

इसके अलावा उल्टी, दिल के रोग, अपच, सांसों की बीमारी पैट की गैस, भूख की कमी, पेशाब संबंधित बीमारी और सूखी खांसी, में भी हींग के इस्तेमाल से राहत मिलते है ।

ना केवल आयुर्वेद बल्कि अब तो कई वैज्ञानिक खोजों से भी साबित हो गया है की हींग और इस जैसे दूसरे मसालों में कई ऐसे यौगिक होते है जो सीधे हमारे स्वास्थ्य को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं ।

लेकिन इस लेख में आयुर्वेद या एलोपैथी के अनुसार हींग से होने वाले फायदे ( Asafoetida Benefits in hindi ) के बारे में बात नही करेगे इस लेख में हम आपको बताएगे हींग यानी होम्योपैथिक दवा असाफोटिडा से इलाज या होम्योपैथिक की नजर में हमें हींग से क्या फायदे हो सकते है।

तो आइये सीधे अपने लेख को शुरू करते हैं ।

What is asafoetida in hindi

Asafoetida (हींग) क्या है ( What is asafoetida in hindi )

मुख्य रूप से हींग एक चिप-चिपा पदार्थ होता है जिसे एसाफिटिडा नाम की जड़ी बूटी और इस जैसी कई दूसरी किस्मों से निकाला जाता है । आमतौर पर हींग 2 वर्षों तक हरा भरा रहता है और तेज सुगंधित होता है ।

जहां तक आकार की बात है तो Normaly हींग का पौधा 1.5 – 2.4 मीटर तक लम्बा होता है । इसके तने काफी सोफ्ट होते है ।

इसके पौधे की जड़ में गोद होता है जिसमें तेज गंध आती है । पौधे से गोंद प्राप्त करने के लिए उसमें चीरा लगाया जाता है गोंद निकालने के बाद उसको सुखा कर उसको पाउडर के रूप में बदल दिया जाता है ।

हींग के पौधे के करीब 170 प्रजातियां होती हैं जिनमे से 3 भारत में कश्मीर और पंजाब में पाई जाती हैं ।

हींग ( Asafoetida ) का वनस्‍पतिक नाम फेरुला एसाफिटिडा है जोकि एपिएसी कुल से सम्बन्ध रखता है । इसकी जड़ और राइजोम के सूखे लैटैक्‍स को औषधि और मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ।

हींग के फायदे ( Benefits of asafoetida in hindi )

तो दोस्तों इस भाग में हम आपको हींग के होम्योपैथिक फायदों ( Benefits of asafoetida in hindi ) के बारे में बताएगे इसके बाद आपको हींग से तैयार की जाने वाली होम्योपैथिक दवा के बारे में भी बताया जाएगा

ग्लोबस सेंसेशन के उपचार में asafoetida (हींग) के फायदे ( Benefits of asafoetida in globus hystericus in hindi )

1. ग्लोबस हिस्टेरिकस ( globus hystericus ) एक ऐसी बिमारी है जिससे पीडित व्यक्ति को गले में कुछ अटका हुआ महसूस होता है । पानी पीने या भोजन लेने के बाद लगता है वो पेट में चला गया मगर कुछ समय बाद गले में कुछ अटके होने की सेंसेशन दोबारा होने लगती है ।

इस बिमारी से पीडित व्यक्ति काफी परेशान और बहुत ज्यादा असहज हो जाता है इस स्थिति में हींग या इससे बनी दवा asafoetida को लिया जाए तो काफी आराम मिलता है ।

डॉ० दिग विजय चौहान एक होम्योपैथिक डॉक्टर हैं जो कोलकाता में अपना क्लीनिक चलाते हैं उनके मुताबिक अगर ग्लोबस हिस्टेरिकस ( globus hystericus ) में हींग से बनी होम्योपैथिक दवा asafoetida को लिया जाए तो इस रोग से पीडित व्यक्ति को काफी राहत मिलती है ।

2. लाउड इरेक्टेशन्स में asafoetida (हींग) के फायदे

गैस के साथ इरेकटेशन्स की समस्या में भी हींग काफी लाभकारी सिध्द होती है । इस रोग में खाना और पानी मिक्स होकर गले तक आने लगता है जिसके साथ वें वें की अवाज भी आती है जिसे लाउड इरेक्टेशन्स के नाम से भी जाना जाता है ।

होम्योपैथिक एक्सपर्ट्स के अनुसार लाउड इरेक्टेशन्स में हींग का इस्तेमाल करने से फायदा मिलता है । डॉक्टरों के मुताबिक इस समस्या में इस दवा को लेने लगभग 99% लोगों को सकारात्मक रिजाल्ट मिलते हैं ।

3. पेट में गुड-गुड होने की समस्या में asafoetida (हींग) के फायदे

जिन लोगों के पेट में गैस सी बनती है जिसके कारण पेट में गुड गुड होता है मगर वो बहार नही निकलती या गैस बहार निकालने के लिए बहुत जोर लगाना पडता है तो ऐसे मरीजों को भी इस दवा को दिया जा सकता है ।

इसके अलावा जिन लोगों को पतली लैटीन आती है या मल के साथ खाना मिक्स आत है तो इस स्थिति में भी asafoetida को दिया जा सकता है ।

इन स्थितियों से कोई व्यक्ति पीडित है तो उसके मल में बहुत तेज बदबू भी आती है इस हालत में हींग से बनी होम्योपैथिक दवा को लेना ही अच्छा रहता है ।

इससे मरीज के लक्षणों में जल्दी सुधार होता है और रोग के कारण होने वाली दिक्कत भी दूर होती है ।

4. पेट से जुड़ी समस्याओं में asafoetida (हींग) के फायदे

जिस तरह आयुर्वेद में हींग को पेट से जुड़ी समस्याओं में एक औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है उसी तरह होम्योपैथि में भी इसे एक मेडिशियल प्रोसेस से गुजारने के बाद पेट से जुड़ी कई समस्याओं में इस्तेमाल किया जा सकता है ।

कई प्रकार के गंभीर रोगों में डॉक्टर की सलाह अनुसार इसका प्रयोग करने से आराम मिलता है । कुछ होम्योपैथिक डॉक्टरों के मुताबिक हींग अल्सर तक में प्रभावी हो सकती है ।

इसके अलावा किसी रोग के कारण लैटिन के साथ खून आने की समस्या में भी इस दवा को लेना बेनीफिशियल हो सकता है ।

5. हड्डी में क्षरण (BONE EROSION) के कारण होने वाले रोगों में

हड्डीयों के क्षरण होने के कारण उत्पन्न समस्याओं में इस दवा का उपयोग असरदार हो सकता है कान की हड्डी और नाक की हड्डी में क्षरण होने के कारण पैदा होने वाले रोगो और समस्याओं में ये दवा अच्छी मानी जाती है

इसके अलावा कुछ लोगो को ऐसा महसूस होता है की उनका सर अंदर से फट रहा है उन लोगो को भी asafoetida दिया जा सकता है ।

6. अस्थमा के रोग में Asafoetida (हींग) के फायदे

अस्थमा के वो मरीज जिन्हे लगता है की उनका फेफडा पुरी तरह से नही खुलता और फोफड़ो में हर समय Tightness महसूस होती है वो भी asafoetida को लेने की सोच सकते हैं ।

7. ब्रेस्ट मिल्क से जुड़ी समस्याओं में Asafoetida के फायदे

ब्रेस्ट मिल्क से जुड़ी विभिन्न समस्याओं में भी asafoetida कारगर मानी जाती है । ऐसी महिलाएं जो अविवाहित हैं मगर फिर भी उन्हे अपने ब्रेस्ट में मिल्क महसूस होता है और थोड़ा – थोड़ा मिल्क आ भी जाता है उस महिला को asafoetida देेने से लक्षणों में आराम मिल सकता है ।

इसके अलावा शादी – शुदा वह महिला जिसके पास बच्चा है और उसे ब्रेस्ट मिल्क से भरा हुआ महसूस होता है मगर बच्चे को दूध पिलाते समय दूध सही से उतरता नही है उन महिलाओ को भी asafoetida दिया जा सकता है ।

मगर ध्यान रखें की वो महिला जो Ovearsenstive होने के कारण छोटी छोटी बातों पर चिढ-चिढ़ी हो जाती है उसी को इस दवा से लाभ मिल सकता है ।

8. दाँत से जुड़ी समस्याओं मे Asafoetida के फायदे

दाँत से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं में हींग लाभ पहुचाती है इसमें सुजनरोधी, एंटी-बयोटिक और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो दाँते से जुड़े इंफेक्शन और विभिन्न समस्याओ में आराम पहुचाते है ।

दाँत में कीडे, दाँतो की सड़न, मुंह की बदबू और मसूड़ो से खून आने जैसी दिक्कतों में हींग ली जा सकती हैं । हींग से दाँतो की Problems को दूर करने के लिए हींग और नीबूं का पेस्ट बना कर प्रभावित जगह पर लगाने से कुछ ही समय में राहत मिलने लगती है ।

9. Asafoetida के फायदे कान के दर्द के उपचार में

कान और इससे जुड़े दर्दों में हींग बहुत फायदेमंद मानी जाती है । हींग में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बायोटिक गुण कान के दर्द में राहत प्रदान करता है ।

खासकर के संक्रमण के कारण होने वाले कान के दर्द में हींग प्रभावी होता है । इसके अलावा कान के मवाद और पस में ही हींग को इस्तेमाल किया जाता है ।

10. सिर के दर्द में asafoetida (हींग) के उपयोग

सर के दर्द से परेशान रहने वाले लोगों को हींग जरूर इस्तेमाल करनी चाहिये । इसमेंं एंटी-इंफ्लेमेटरी  गुण होते हैं जो सिर की सुजी हुई नसों में राहत देकर सिर का दर्द कम करने में मदद करते हैं ।

आप सामान्य सर्दी या माइग्रेन के दौरान होने वाले दर्द में हींग को इस्तेमाल कर सकते हैं ।

ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked questions)

प्रश्न:- asafoetida होम्योपैथिक दवा किस पावर में देनी चाहिए

उत्तर :- अधिकांश डॉक्टर asafoetida का मदर टिंचर यानी Q पोटेंसी use करते है पर इस दवा को 30 अथवा 200 पॉवर में भी दे सकते है ।

प्रश्न:- asafoetida (हींग) प्रेग्नेंसी के दौरान दे सकते है क्या ?

उत्तर:- कोई भी होम्योपैथिक दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले

प्रश्न :- कब्ज या गैस में asafoetida (हींग) कैसा काम करता है ?

उत्तर :- asafoetida दवा गैस कब्ज आदि में रामबाण काम करती है ।

प्रश्न :- asafoetida दवा किस कंपनी की अच्छी है ?

उत्तर :- भारतीय कंपनियों में SBL , HSL, Hapdco, Bakson, ओर जर्मनी में Dr रेकवेग ,adel आदि की ले सकते है ।

निष्कर्ष
So friends इस लेख में हमने आपको विस्तार से हींग के होम्योपैथिक फायदे – asafoetida in hindi के बारे में बताया है हमें उम्मीद है की आपको ये Artical पसंद आया होगा अगर पसंद आया हो तो इसे अपने प्रियजनों के साथ शेयर करना ना भूले और यदि आपका कोई सवाल है या सुझाव है तो कमेंट कर के हमें जरूर बताएं ।

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