April 28, 2024

बालो को झड़ने से रोकने व सफेद बालों को काला करने की होमियोपैथी दवा ( Homeopathic Treatment (Medicine) for hair Loss)

homeopathic treatmentfor all hair problems

बालो की सम्पूर्ण समस्याएं और उनका ईलाज( A Complete Treatment for Hair) :-

किसी व्यक्ति के शरीर में हार्मोन की कमी के कारण, उसके शरीर के किसी भी अंग की पूर्ण वृद्धि नहीं होती है, इसलिए शरीर में उन हार्मोनों का उत्पादन करने के लिए दवा लेना आवश्यक है। उदाहरण के लिए, थायरॉयड ग्रंथि में हार्मोन की कमी के कारण, व्यक्ति के बाल सफेद हो जाते हैं, गिरने लगते हैं व्यक्ति गंजा हो जाता है। हार्मोन की इस कमी को दूर करने के लिए, सप्ताह में एक बार 30 या 200 की पोटेंसी में थाइरॉयडीनम दवा लेने से किसी भी व्यक्ति के हॉर्मोन में जो कमी होती है वो बिल्कुल ठीक हो जाती है और रोगी के बाल सफेद नहीं होते हैं और न ही झड़ते हैं।

छोटी उम्र में बालों के झड़ने का मुख्य कारण :-

छोटी उम्र में बालों के झड़ने का मुख्य कारण रोगी की लंबे समय से चली आ रही बीमारी, गलत खान-पान, अत्यधिक मस्तिष्क का बोझ, तेज बुखार, महिलाओं में गर्भावस्था के बाद, हार्मोनल गड़बड़ी या क्रोनिक चाइल्डहुड बीमारी, बालों के झड़ने का प्रमुख कारण है।

बालों के झड़ने में टी बी का असर-Effect of TB (tuberculosis) on hair

जिन लोगों को टीबी है, अथवा दाद की बीमारी उनके सिर या शरीर में कहीं भी होती है। कहा जाता है कि दाद कीड़ा लगने से होता है। लेकिन अगर कोई बीमारी पहले से ही आपके शरीर में मौजूद है, फिर कीड़े उस बीमारी से भोजन प्राप्त करने के बाद पनपते हैं। Tb के रोगियों को Bacillinum 1M औषधि देना लाभदायक होता है।

दाद के कारण रोगी के सिर के बाल भी झड़ने लगते हैं, सिर में रूसी होती है। ऐसे रोगियों को बेसिलीनम की उच्च 1M शक्ति देने से दाद के साथ-साथ बालों के सभी रोग ठीक हो जाते हैं।

बालो को झड़ने से रोकने में विभिन्न होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग (Use of various Homeopathic drugs for hair fall )

homeopathic medicine for hair fall
best homeopathic remedies for hair fall
1.बालो में सेलेनियम दवा के फायदे (Benefits of selenium ):-

ठंडे प्रकृति के रोगियों के मामले में, सेलेनियम 30 या 200 देने से भौं, मूंछ और जननांगों आदि पर बालों के झड़ने पर बहुत फायदा होता है।

2. एलोपिसिया के कारण बालो के झड़ने में फ्लोरिक एसिड 30 का उपयोग (fluoric acid 30 for Hair fall due to Alopicea Areata):-

यदि गर्म प्रकृति के रोगियों के बाल अपने आप झड़ने लगते हैं तो उन्हें फ्लोरिक एसिड की 6 या 30 शक्ति देने से कुछ ही समय में उनके बाल गिरना कम हो जाते हैं। साथ ही Alopicea Areata के मरीजो में यह दवा बहुत की कारगर मानी जाती है ।

3. चिंता के कारण बालो के झड़ने में एसिड फॉस 30 का उपयोग (Acid Phos 30 for hair fall ):-

अगर किसी चिंता के कारण किसी व्यक्ति के बाल सफ़ेद हो जाते हैं या किसी चिंता के कारण बाल गिरने लगते हैं, तो एसिड फ़ोस औषधि की 30 या 200 शक्ति देना बहुत ही फायदेमंद होता है।

4. बालो में रूसी के कारण बालो के झड़ने में मेजेरियम 30 का उपयोग ( Mezereum 30 for dandruff ):-

यदि किसी के सिर में रूसी हो, बालों में खुश्की हो, सिर पर चकले जैसी चकत्ते हों, सिर में हर समय खुजली होती रहती हो, तो इस प्रकार के लक्षणो में मेजेरियम दवा की 6 से 30 पोटेंसी बहुत कारगर होती है ।

5.बालो में नाइट्रिक एसिड 30 का प्रयोग (Nitric acid 30) :-

किसी व्यक्ति के बालों के झड़ने के अलावा, अगर उसके सिर पर भयानक विस्फोट के साथ दर्द होते हैं, जिसके कारण वह अपना हाथ भी सिर में नहीं लगा सकता है, तो ऐसे बालों के रोगी में नाइट्रिक एसिड की 30 शक्ति का उपयोग करना उपयोगी साबित होता है ।

6. बालो में कैलि-कार्ब दवा का उपयोग (Kali Carb 200 Uses):-
यदि किसी व्यक्ति के सिर में सूखेपन के साथ बाल झड़ते हैं, तो कलि-कार्ब की 30 या 200 शक्ति का प्रयोग करने से उसके बाल के रोग ठीक हो जाते हैं।
7. बालो के गंजेपन में सिफिलीनम 200 का उपयोग (siphilinum 200 uses for hair falling ):-

यदि बालों के झड़ने पर सिफिलिनम औषधि की 200 से 1000(1M) शक्ति का प्रयोग किया जाए, तो कुछ ही समय में बालों का झड़ना बंद हो जाता है।

8. लाइकोपोडियम-30 (Lycopodium-30 ):-

लाइकोपोडियम बालों के झड़ने के लिए एक बहुत प्रभावी दवा के रूप में जाना जाता है। खासतौर पर लिवर किया पेट की खराबी के कारण बाल गिरते हो

9. थूजा(Thuja) औषधि का बालो पर प्रयोग :-

यदि सिर में खुश्की, सिर में पड़ी रूसी आदि के कारण बाल गिरते हों, तो थूजा औषधि का मुलार्क (Mother tincture) या थूजा औषधि की 30, 200 शक्ति देने से बहुत लाभ मिलता है।

10.अस्टिलैगो (Ustilago Mayadis Dilution 30):-

सिफिलस के कारण बालों के समय से पहले झड़ने के लक्षणों में, बालों के झड़ने के बाद पुन: उगना, एस्टिलैगो का रस(मुलार्क) या इसकी 30 या 200 शक्ति देना फायदेमंद होता है।

11.फॉस्फोरस तथा कैलकेरिया फॉस(CALCAREA PHOS 6x or phosphorus 30 ):-

यदि बालों का एक गुच्छा सिर के एक भाग से निकलता है जैसे बालों का एक गुच्छा बालों के झड़ने के रूप में गिरता है और फिर दूसरे भाग से बालों का एक और गुच्छा निकलता है, ऐसे लक्षणों में रोगी को फॉस्फोरस दवा देने से आराम मिलता है।

बाद में कुछ दिनों के लिए कैल्केरिया फॉस औषधि की 30 शक्ति देना लाभदायक होता है।

12. गर्भावस्था के दौरान बालो के झड़ने में नेट्रम म्यूर 30 और सीपिया 200 (Natrum Muriaticum Dilution 30 CH or Sepia 200 ):-

अगर किसी महिला के गर्भावस्था के दौरान बाल झड़ गए हों, तो नैट्रम-म्यूर औषधि की 30 शक्ति या सीपिया औषधि की 200 शक्ति देने से लाभ होता है।

13. Arsenicum album (आर्सेनिकम एल्बम)-

यदि बालो की जड़े कमजोर हो गई हो, सिर में सूखापन, शरीर की त्वचा का सूखना आदि के कारण रोगी के बाल कमजोर हो जाते हैं, तो आर्सेनिक अल्ब 30, या 200 औषधि का सेवन करना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।

सफेद बालों को काला करने की होम्योपैथिक दवा (Homeopathic medicine For white (Gray) hair :-

Homeopathic medicine For white (Gray) hair

1. थायरॉयडीनम 30, 200 ( Thyroidinum 200,30)-

बुढ़ापे के कारण बाल सफेद होने की स्थिति में, रोगी को थायराइडिनम की 30 शक्ति पहले कुछ दिनों तक देना और फिर सप्ताह में एक बार लगभग 6-7 सप्ताह तक 200 शक्ति देना बहुत ही लाभदायक होता है।

2. लाइकोपोडियम तथा ऐसिड फॉस (Lycopodium and acid phos):-

अगर किसी व्यक्ति के बाल कम उम्र में सफेद हो जाते हैं, तो उस व्यक्ति को लाइकोपोडियम दवा दी जानी चाहिए । अगर उस व्यक्ति को लाइकोपोडियम दवा से लाभ नही मिलता तो 3 महीने बाद एसिड फोस (Acid Phos 30 ) ड्राप देने से बहुत फायदा मिलता है ।

3. नैट्रम-म्योर (natrum muriaticum-30ch):-

अगर लंबे समय से चली आ रही बीमारी के कारण बाल कम उम्र में सफेद हो गए हों तो नैट्रम-म्यूर 30 दवा का उपयोग करना फायदेमंद होता है।

4. पिलोकार्पस ,जबारेंड़ी (jaborandi Q ) सफेद बालों में रामबाण

अगर बालों की सफेदी को दूर करने में कोई दवा काम नही करती तो कुछ महीनों के लिए महीने में एक बार 1 बार पिलोकार्पस( जेबोरण्डी मदर टिन्चर) देने से बाकी दवाएं काम करने लगती है साथ ही ये दवा भी बालों के सफेद होने से रोकने में फायदेमंद होती है।

ज्यादातर डॉक्टर जेबोरण्डी का oil तेल प्रयोग करने को बोलते है । परंतु जेबोरण्डी का मदर टिन्चर भी नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से बहुत फायदा होता है ।

बालों में रूसी की होम्योपैथिक दवा (Homeopathic medicine for Dandruff )

जब सफेद रंग की सूखी पपड़ी किसी भी व्यक्ति के सिर में रह जाती है, तो उसे रूसी अथवा डेंड्रफ कहा जाता है। डैंड्रफ होने से किसी व्यक्ति की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है, लेकिन सिर में डैंड्रफ होने पर शादी या किसी पार्टी में जाने पर बालो में दिखने पर व्यक्ति को अपमान महसूस होता है।

homeopathic medicine for dandruff
homeopathic medicine for dandruff

डेंड्रफ का कारण-(Reason of Dandruff)

सिर में रूसी अक्सर वृद्ध लोगो में पायी जाती है । फिर उनसे बच्चे में हो जाती है । इसके अलावा सिर में अधिक पसीना आना, अधिक मानसिक या शारीरिक प्रयास करने, गलत साबुन से सिर धोने, सिर में त्वचा के रोग, खोपड़ी में सोरायसिस के कारण भी रूसी होती है।

डेंड्रफ के लक्षण (Dandruff Symptoms)

सिर में सफेद-सफेद पपड़ी, सिर में बहुत तेज खुजली आदि रूसी के लक्षण हैं।

रूसी (डैंड्रफ) में विभिन्न होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग-(Use of various Homeopathic medicines in dandruff)

1. सैनीक्यूला-30 (Sainicula 30) :-

सिर पर अत्यधिक रूसी के लक्षण में, गर्दन के पिछले हिस्से में पसीना आना, सैनिकुला 30 को रोगी को देने से लाभ होता है।

2. फॉस्फोरस-30 (Phosphorus 30) :-

डैंड्रफ के लक्षणों में, बालों का अधिक झड़ना, सिर की त्वचा का सख्त होना आदि में फॉस्फोरस 30 का उपयोग करना रोगी के लिए फायदेमंद होता है।

3. थूजा (Thuja 30) :-

सिर में अत्यधिक खुश्की, रूसी के कारण सिर का पूरा सफेद हो जाना, सिर में गड्ढों के रूप में रूसी होना। आदि लक्षणो में थूजा 30 का उपयोग बहुत लाभदायक होता है ।

4. सीपिया (sepia-200):–

सिर में रूसी, रूसी की तरह बालों का झड़ना, बालों की जड़ों का बहुत अधिक नाजुक हो जाना जिसमें हाथ लगाने से बाल टूटते हैं, यदि सिर को रगड़ा जाए तो रोगी को बहुत दर्द महसूस होता है। ऐसे लक्षणों में यदि रोगी को सीपिया औषधि की 200 शक्ति दी जाए, तो रोगी को बहुत लाभ मिलता है।

5. सोरिनम (psorinum-200):–

सिर से बदबू आना, सिर में रूसी का दिखना, सिर में छोटे-छोटे फुंसियां, जिनसे बालों में एक्सफोलिएट जुड़ा होता है और एक गुच्छा बन जाता है, बाल रूखे और सूखे हो जाते हैं, आदि में सोराइनम दवा के इस्तेमाल से कुछ ही समय में रोगी के सिर से रूसी निकल आती है।

6. फ्लोरिक एसिड 30 (fluoric acid -30):-

सिर की त्वचा बहुत शुष्क हो जाती है, सिर की रूसी कपड़ों पर पड़ती रहती है, जिसके कारण बाल भी झड़ने लगते हैं, सिर की त्वचा बहुत नाजुक हो जाती है। इस तरह के लक्षणों में अगर रोगी को फ्लोरिक एसिड की 6 या 30 शक्ति दी जाए तो यह उसके लिए बहुत फायदेमंद है।

7. मेजेरियम-30 ( Mezereum 30):-

सिर पर मोटी फुंसियों का बनना जिसके नीचे मवाद जमा हो जाता है, जिससे सिर की त्वचा पर बहुत बुरा असर पड़ता है, सिर में गंभीर खुजली, रूसी, बालों का झड़ना आदि में 6 या 30 शक्ति की दवा का उपयोग करना बहुत ही लाभदायक होता है ।

8. सल्फर (sulphur-30):-

सिर में सूखापन, बालों का झड़ना और सिर में बहुत खुजली जैसे लक्षणों में रोगी को सल्फर औषधि की 30 शक्ति देना लाभकारी होता है।

9. नेट्रम म्यूर 30 (Natrum Muriaticum 30 CH):-

सिर में सूखापन, नाक से किसी भी गंध का पता न लगना, जुकाम आदि लक्षणों में रोगी को नैट्रम-म्यूर औषधि की 30 शक्ति देने से लाभ मिलता है।

10.आर्सेनिक एल्बम-30(Arsenic alb-30):-

यदि सूखी रूसी किसी व्यक्ति के सिर से बनी रहती है, तो हर 6 घंटे के बाद आर्सेनिक 3 लेना फायदेमंद होता है।

किसी भी जगह की त्वचा से रूसी की स्थिति में आर्सेनिक 3x या 30 का उपयोग करना फायदेमंद होता है। यदि आर्सेनिक से लाभ नहीं होता है, तो ग्रेफाइटिस -6 या लाइकोपोडियम 30 या सीपिया -30 या रेडियम ब्रोम का उपयोग किया जा सकता है। इनमें से किसी भी दवा का सेवन सप्ताह में एक बार किया जाना चाहिए।

11. सीपिया (sepia 30):-

यदि गीला सिर होने के कारण त्वचा में रूसी बनती है तो सिपिया औषधि की 30 शक्ति की मात्रा हर 6 घंटे के बाद लेने से लाभ होता है।

12. सल्फर -200(sulphur-200):-

सिर से गाढ़ा पस, खुजली व रूसी होने की स्थिति में रोगी को सल्फर औषधि की 200 शक्ति हर 6 घंटे के बाद देना लाभदायक होता है।

13. रेडियम-ब्रोम (Radium brom)-

यदि रोगी को रूसी के साथ-साथ खुजली हो, तो उसे रेडियम-ब्रोम की 3 शक्ति सप्ताह में एक बार देने से लाभ होता है।

14. फ्लोरिक-ऐसिड(Acid fluric 30):-

यदि सिर में सूखी रूसी, सिर में खुजली के साथ बाल झड़ रहे हों, तो फ्लोरिक-एसिड 30 को हर 4 घंटे के बाद लेना लाभकारी होता है।

15. आर्सेनिक-एल्बम(arsenic alb200)

शरीर के कमजोर होने की स्थिति में, आर्सेनिक-एल्बम औषधि की 3x शक्ति का प्रयोग हर 4 घंटे के बाद करना चाहिए।

16. ओलियेन्डर-30(Oleander )-

रोगी के सिर में बहुत तेज खुजली होती है जो सहन करने योग्य नहीं है, खुजली व छोटे-छोटे दाने, रूसी महसूस होती है, सिर में खुजली इतनी होती है कि यह रोगी की त्वचा तक हो जाती है, सिर में गीलापन आदि में ओलियंडर 3 या 30 का उपयोग खुजली जैसे लक्षणों में किया जा सकता है।

17. ग्रैफाइटिस(Graphites):-

यदि सिर में सूखी पपड़ी जम जाए, तो बहुत अधिक खुजली होती है, जिससे बाल गिरने लगते हैं, हर 6 घंटे के बाद ग्रेफाइटिस औषधि की 6 शक्ति लेने से लाभ होता है।

बालो के विषय मे महत्वपूर्ण जानकारी

बालों को धोने से पहले तेल या शैम्पू से बालों की धीरे-धीरे मालिश करनी चाहिए, इससे सिर में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और ये सिर की त्वचा को सूखने से भी रोकता है।

शैंपू पूरे सप्ताह में 2 बार सिर पर किया जाना चाहिए।
दही से बाल धोने से डैंड्रफ खत्म हो जाता है।
बालों में बहुत अधिक हेयर क्रीम या जैल आदि न लगाएं।

FAQ ( बालो के बारे में ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न )

प्रश्न :- अनचाहे बालों (Unwanted hair) के लिए कोई होम्योपैथिक दवा है ?

उत्तर :- ओलियम जेक (Oleum Jecoris 3x) अनवांटेड हेयर में अच्छा काम करती है । परन्तु दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले ।

प्रश्न :- hair fall में सबसे अच्छा होम्योपैथिक शेम्पू कौन सा है ?

उत्तर:- शेम्पू का मुख्य कार्य सिर्फ बालो की सफाई का होता है । फिर भी होम्योपैथिक में ऐस बहुत से शेम्पू होते है जो हेयर फॉल को कम करने का दावा करते है जिसका मुख्य कारण शेम्पू में जेबोरण्डी , अर्निका अथवा अन्य होम्योपैथिक दवाओ का शेम्पू में होना होता है ।

प्रश्न:- बालो के ग्रोथ (Hair Growth) में सबसे अच्छी होम्योपैथिक दवा कौन सी है ?

उत्तर :- ऑस्टिलेगो, acid फ्लोर, lycopodium, silicea, cantharis, जेबोरण्डी, आर्निका , R 89 आदि कुछ ऐसी बहुत सी दवाएं है जो hair fall ओर हेयर ग्रोथ में अच्छा काम करती है परन्तु फिर भी बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा प्रयोग नही करनी चाहिए ।

प्रश्न :- डॉ रेकेवेग कंपनी की दवा R 89 बालो के लिए कैसी है ?

उत्त्तर :- डॉ रेकेवेग जर्मनी की कंपनी है और र 89 (R 89) इस कंपनी की बहुत पुरानी ओर अच्छी दवा है जो बालों में लगाने और पीने की ड्राप के रूप में काम करती है ।
इसकी 20-20 बूंदे रोजाना पानी के साथ दिन में 3 बार ले । साथ ही दिन में एक बार कुछ बूंदे लेकर मालिश भी करे

प्रश्न:- क्या बालों में होम्योपैथिक ऑइल जेबोरण्डी( jaborandi) और शेम्पू काम करते है ?

उत्तर :- जेबोरण्डी oil ओर जेबोरण्डी शेम्पू होमियोपैथी में जाना माना नाम है । परंतु अलग अलग कंपनियों का होने के कारण लोग कंफ्यूज हो जाते है । परन्तु जेबोरण्डी बालो के लिए रामबाण काम करती है और आप किसी भी अच्छी कंपनी का use कर सकते हो ।

प्रश्न :- गम्भीर बीमारी के कारण बालो के झड़ने में होम्योपैथिक दवा?

उत्तर :- china 30 , carbo veg 30

प्रश्न :- दाढ़ी , मूछ के सफेद बालों को सफेद से काला करने की होम्योपैथिक दवा ?

उत्तर:- अर्निका, जेबोरण्डी, आमलकी, कैंथरिस इन सभी के मुलार्क (मदर टिन्चर) को मिलाकर लगाने से बाल काले हो जाते है ।

प्रश्न :- बालों में जूं (lice) की होम्योपैथिक दवा ?
उत्तर :- (Staphysagria), सोरिनम(Psorinum) आदि !

प्रश्न :- क्या सफेद बाल फिरसे काले हो सकते है ?

उत्तर:- जी हाँ ! होमियोपैथी में ये सम्भव है

प्रश्न :- बाल सफेद होने के क्या क्या कारण होते है ?

उत्तर :- पुराना नजला, मानसिक तनाव, कॉस्मेटिक का ज्यादा प्रयोग, हेयर ड्रायर, स्टीरायड ,बालो में तेल का प्रयोग ना करना, अंग्रेजी दवाओं का ज्यादा प्रयोग आदि ।

प्रश्न :- क्या विसबेडन 200 (Wiesbaden 200) बाल के झड़ने में काम करती है ?

उत्तर :- जी हाँ , बालो के टूटने को रोकने में wiesbaden 200 अच्छा काम करती है ।

प्रश्न :- बालो के गंजापन दूर करने का आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक ईलाज ?

उत्तर :- आयुर्वेद में प्याज़ का रस , होमियोपैथी में जेबोरण्डी, अर्निका, कैंथरिस, आमलकी, लाईकोपोडियम, एसिड फ्लोर, silicea , आदि दवा गंजापन को दूर करती है । परंतु कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के कभी नही लेनी चाहिए

About Post Author

× Doctor Advice
%d