April 27, 2024

Cactus grandiflorus होम्योपैथिक दवा के प्रयोग और इसके फ़ायदे

cactus G homeopathic

Cactus grandiflorus होम्योपैथिक दवा 

Cactus grandiflorus एक बहुत ही ख़ास किस्म की होम्योपैथिक दवा है जो Cactus grandiflorus नामक रेगिस्तानी पौधे के रस से प्राप्त की जाती है, Cactus grandiflorus एक बहुत ही चमत्कारी होम्योपैथिक दवा है जो कि मुख्य रूप से दिल की बीमारियों को ठीक करने में काम आती है, इसके साथ ही यह दवा पेट के रोगों को ठीक करने में, सर के रोगों को ठीक करने में, मूत्राशय के रोगों को ठीक करने में, योनि के रोगों को ठीक करने में और बवासीर जैसे असाध्य रोगों को ठीक करने में काम आती है।

Cactus grandiflorus के प्रमुख फायदे

cactus G homeopathic

1. Cactus grandiflorus का उपयोग दिल के दर्द, सीने के दर्द, मूत्राशय, मलाशय, गर्भाशय के दर्द को दूर करने में बहुत ही सहायक है।

2. Cactus grandiflorus का उपयोग अपच और पेट के रोगों में भी किया जाता है।

3. Cactus grandiflorus का उपयोग बवासीर जैसे रोगों को ठीक करने और उसके दर्द को दूर करने के लिए भी किया जाता है।

4. Cactus grandiflorus का उपयोग अस्थमा और साँस से जुड़े रोगों को ठीक करने में भी किया जाता है।

5. Cactus grandiflorus का उपयोग किडनी के रोगों के उपचार में भी होता है।

6. Cactus grandiflorus के उपयोग से सरदर्द में भी आराम मिलता है।

7. Cactus grandiflorus का एक गुण यह भी है कि यह रक्त में थक्का जमने वाले हार्मोन्स को ठीक रखता है, जिससे इंसान स्वस्थ रहता है।

Read Also

पथरी की होम्योपैथिक दवा

विभिन्न लक्षणो में Cactus grandiflorus का प्रयोग

1. मन के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी को मानसिक रोग है और वह हमेशा गुस्सा करता है, बिना वजह की चिंता करता है, और उसकी दिल की गति हमेशा तेज ही रहती है, उसके हाथ पैर भी हिलते रहते है, और उसे कुछ लिखने में दिक्कत होती है, और वह रोशनी की वजह से खुद को असहज महसूस करता है और दर्द की वजह से चीखता है तो उसे Cactus grandiflorus दवा देनी चाहिए।

2. सामान्य रोगों में Cactus grandiflorus

अगर रोगी को कोई भी सामान्य रोग है जैसे कि चोट लग जाना, पैरो में दर्द होना, कही से गिर जाने और सूजन हो जाना, या फिर अंदरूनी चोट लग जाना जैसे लक्षण हो तो उसे Cactus grandiflorus दवा देनी चाहिए।

3. सिर के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर रोगी के सिर में हमेशा दर्द ही रहता है, और यह दर्द खाना खाने के बाद और ज्यादा बढ़ जाता है, या उसके सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है, और उसके सिर की नसें सिकुड़ गयी हो, या उसके सिर में हमेशा सूजन सी रहती हो तो उस रोगी को Cactus grandiflorus दवा देनी चाहिए।

4. नाक के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी को नाक में दिक्कत होती है, या उसके नाक से खून आता रहता है, या उसकी नाक बंद रहती है, या फिर नाक के अंदर की त्वचा फट जाती हो तो उस रोगी को Cactus grandiflorus दवा का सेवन करना चाहिए, इससे उसके नाक के सभी रोग दूर हो जाएंगे।

5. चेहरे के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी को त्वचा रोग है या उसके चेहरे पर धब्बे जैसे बन जाते है, या उसका चेहरा खराब दिखता है, तो उस रोगी को Cactus grandiflorus का सेवन करना चाहिए।

6. मुँह के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी को मुँह के बहुत सारे रोग है जैसे कि गले में सूजन, खाना निगलने में दिक्कत, पानी पीने में दिक्कत, गले का हमेशा सूखा रहना, गले में घुटन जैसा महसूस होना होता लगता हो या फिर उसकी जीभ सूखी रहती हो, और उसे पानी पीने की इच्छा होती हो लेकिन दर्द की वजह से वह पानी भी नही पी पाता हो तब उस रोगी को Cactus grandiflorus दवा देनी चाहिए, दवा की पहली खुराक के साथ ही रोगी को आराम लगने लगेगा।

7. पेट के रोगों में Cactus grandiflorus

अगर रोगी को पेट के रोग है, या उसके पेट में कीड़े है और उसे हमेशा पेट में दर्द होता रहता है, या उसे मल त्याग करने में दिक्कत होती है, या उसे बबासीर हो गयी है, जिससे खून भी आता रहता हो, या उसके पेट में ज्यादा अम्ल बन रहा हो, या उसे खट्टी डकारें आती हो तब रोगी का उपचार Cactus grandiflorus दवा से ही करना चाहिए।

8. मूत्र रोगों में Cactus grandiflorus

अगर रोगी को मूत्र रोग है और उसे पेशाब करने में दर्द होता है, या फिर पेशाब रुक-रुक कर आती है, या फिर ज्यादा पेशाब लगती है, या पेशाब के साथ खून भी आता है तो इस रोग के उपचार के लिए मरीज को Cactus grandiflorus की खुराक देनी चाहिए।

9. स्त्री रोगों में Cactus grandiflorus

Cactus grandiflorus दवा सभी तरह के स्त्री रोगों जैसे कि समय से माहवारी न आना, पेट दर्द, गर्भाशय में दर्द, कॉशन के समय दर्द होना, जैसे सभी लक्षणो को दूर कर रोग को ठीक करने में कारगर है।

10. सीने के रोगों के उपचार में Cactus grandiflorus का प्रयोग

अगर रोगी के सीने में दर्द होता रहता है या फिर सीने में ऐंठन होती रहती हो या फिर उसके डायाफ्राम में साँस लेते वक्त तेज दर्द होता हो, या रोगी की साँस फूलती हो, या फिर खाँसी के साथ दर्द महसूस होता हो तो रोगी को Cactus grandiflorus की खुराक जरूर देनी चाहिए, इससे रोगी बेहतर महसूस करेगा।

11. हाथ-पैर के रोगों के उपचार में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी के हाथ में सूजन रहती हो या फिर उसके पैरों में सूजन के साथ दर्द भी रहता हो या फिर उसके हाथ और पैर दोनों ही सुन्न पड़ जाते हो या फिर उसके पैर ठंडे रहते हो तब रोगी को Cactus grandiflorus की खुराक देनी चाहिए।

12. नींद के रोगों के उपचार में Cactus grandiflorus

अगर किसी रोगी को समय से नींद नही आती, और नींद न लेने की वजह से उसकी आँखें लाल रहती है और रोगी का दिमाग भी सही से काम नहीं करता है या फिर रोगी हमेशा ही नींद में रहता है तो उसे Cactus grandiflorus की खुराक देनी चाहिए।

13. बुखार में Cactus grandiflorus का प्रयोग

अगर रोगी को तेज बुखार है और उसे हर घण्टे में रह-रह कर बुखार आ रहा है इसके साथ ही उसका शरीर ठंडा पड़ रहा है और उसे भी ठंड लग रही है तो Cactus grandiflorus की खुराक रोगी को देनी चाहिए, खुराक के लेने के कुछ ही देर बाद बुखार उतर जाएगा।

Cactus grandiflorus का सेवन कैसे करे

अगर आपका रोग अधिक पुराना है तो आप अपने चिकित्सक से सलाह लेने के बाद ही Cactus grandiflorus का सेवन करना शुरू करे, वैसे अधिकतर रोगों में आधे कप पानी में Cactus grandiflorus की 5 बूंदे डालकर दिन में 4 बार पी जाती है।

Cactus grandiflorus का प्रयोग करते वक्त क्या सावधानियाँ रखनी चाहिए

Cactus grandiflorus का सेवन करते वक्त आपको इस दवा को बच्चों की पहुँच से दूर रखना चाहिए और दवा को ठंडी जगह रखना चाहिए।

कैसे किया मधुमेह (Diabetes) का इलाज होमियोपैथी से ?

About Post Author

× Doctor Advice
%d