May 10, 2024

2DG Medicine

2DG Medicine for Covid

पुरे देश में कोरोना की दूसरी लहर से त्राहिमाम है, ये लहर ना केवल पिछली लहर से ज्यादा संक्रमक है बल्कि पिछली लहर से कई गुना ज्यादा घातक भी है इसलिए बडे पैमाने पर मरीजों की मौत देखी जा रही है ।

कोरोना की दूसरी लहर में देखने में आ रहा की ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन की कमी से मर है दरअसल कोरोना का बदला हुआ रूप सीधे फेफड़ो पर हमला करता है और उन्हे कमजोर कर के शरीर में ऑक्सीजन के लेवल को घटा देता है ।

इसी कारण फेफड़ो को मजबूत करने और ऑक्सीजन के घटे लेवल को बढ़ाने के लिए देश भर में नई नई दवाएं और मेडिसन सामने आ रही हैं ।

वैसे अगर आप मार्केट में ढूढ़ने निकलेगे तो आपको लगभग सौकड़ो दवाएं मिल जाएगी लेकिन आज कल जिस दवा की सबसे ज्यादा चर्चा है वो है 2dg medicine

इस दवा के बारे में Social media और Online platforms पर तरह तरह की बाते हो रही है मगर इसकी सच्चाई क्या है, क्या ये दवा सच में कोरोना में कारगर है या ये भी लोगों में फैली अफवाह का नतीजा भर है ?

तो दोस्तों इसी तरह के महत्वपूर्ण और जरूरी सवालों का जबाव हम आपको इस लेख में देगे, हमने लम्बी रीसर्च के बाद आपके लिए 2dg medicine से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी को कवर किया है ।

What is 2dg medicine in hindi

तो आइये Artical को शुरू करते हैं मगर सबसे पहले जानते हैं की 2 डीजी मेडिसिन क्या है ( What is 2dg medicine in hindi )

2 डीजी मेडिसिन क्या है ( What is 2dg medicine in hindi )

2-डीजी Medicine नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आइएनएमएएस) द्वारा बनाई गई हैं, यह संस्था डीआरडीओ की एक प्रसिध्द प्रयोगशाला है । इस दवा के साथ दावा किया जा रहा है की कोरोना के मॉडरेट और गंभीर मरीजों को इस दवा को देने से काफी तेजी से रीकवरी हो रही है ।

भारत का रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ऐसे समय में इस दवा को सामने लाया है जब देश को किसी संजीवनी वुटी की दरकार थी क्योकि वर्तमान हालात से आप खुद ही परिचित हैं देश में लगातार कोरोना मरीजों की तदात बढ़ती जा रही है जबकि उनके उपचार के लिए उतनी बढ़ी तदात में मैडिकल उपकरण और दूसरी जरूरी चीजें उपलब्ध नही है ।

आपको एक अच्छी खबर और बता दें की ड्रग्स नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआइ) के द्वारा डीआरडीओ की बनाई गई इस दवा यानी 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) की एमर्जेंसी उपयोग की अनुमति दे दी गई है।

यह दवा कोरोना के संक्रमण के कारण कमजोर हुए फेफड़ो को मजबूत करती है साथ ही जिन मरीजों की जान ऑक्सीजन लेवल घटने के कारण घतरे में आ जाती है उन्हे भी काफी फायदा पहुचाती है ।

2 डीजी कैसे काम करती है ( How 2dg medicine Works in hindi )

तो सबसे पहले जानते हैं की 2 डीजी कैसे काम करती है ( How 2dg medicine Works in hindi ) इसके बाद आपको इस दवा के सम्बन्ध में दूसरी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी ।

हैल्थ एक्सपर्ट और 2 डीजी को निर्मित करने वाली संस्था के मुताबिक यह दवा वारयस की ग्रोथ को रोकती है जिससे संक्रमण को रोकने में मदद मिलती है

Virus के कारण शरीर में कोशिकाएं जब प्रभावित हो जाती है तब वह पहले की तुलना में ज्यादा ग्लूकोज की माँग करती हैं । इस स्थिति में अगर मरीज को 2dg medicine दी जाए तो वायरस को बढ़ने से रोका जा सकता है ।

क्योकि 2dg medicine ग्लूकोज का बदला हुआ ही रूप है 2dg सीधे वायसर से संक्रमित कोशिकाओं में पहुच कर वायरस की बढ़ने की रफ्तार में रूकावट डालती है ।

जब ये दवा मरीज को सुबह शाम दी जाती है तब उसके शरीर में वायरस बढ़ नही पाता और हमारा शरीर आसानी से उस वायरस को खत्म कर देता है ।

इस दवा के बारे में एक्सपर्ट क्या कहते हैं ( What experts Says about 2dg medicine in hindi )

डीआरडीओ के रेडिएशन बॉयोसाइंस विभाग के Head Dr. सुधीर चांदना के अनुसार :- यह दवा कोरोना वारयस से इफेक्टिड कोशिकाओं में जाकर ग्लूकोज के लेवल को बढ़ाती है और वायरस की ग्रोथ को रोकती है ।

नवभारतटाइम्स.कॉम के अनुसार :- नवभारतटाइम. कॉम पर प्रकाशित हुए एक लेख के मुताबिक यू तो पिछले साल आइवरमेक्टिन, हाइड्रॉक्‍सीक्‍लोरोक्विन और रेमडिसिविर जैसी दवाओं के कोरोना पर प्रभाव को लेकर शोध चलते रहे मगर 2dg एक मात्र ऐसी दवा है जिसको एंटी-कोविड दवा का दर्जा मिला है ।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक :- रक्षा मंत्रालय के अनुसार जिन लोगों का इलाज 2dg के द्वारा किया गया उनमें से ज्यादातर की आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी और उनके लक्षणों में भी काफि तेजी से सुधार देखने को मिला ।

वैज्ञानिकों के अनुसार:- वैज्ञानिक कहते हैं की कोरोना वायरस इस दवा को ग्लूकोज समझ कर उसको खाने का प्रयास करेगा और खाने बाद ही उसकी मौत हो जाएगी जिसके चलते संक्रमित व्यक्ति में वायरस की ग्रोथ रूक जाएगी । इस दवा को लेने के बाद मरीजों में ऑक्सीजन की कमी नही होती और जिन में ऑक्सीजन की कमी है उनको भी काफी फायदा मिल सकता है ।

2 डीजी के नुकसान और दुष्प्रभाव ( Side effects of 2dg in hindi )

यह लेख का सबसे महत्वपूर्ण भाग है । जब भी कोई दवा का इजाद होता है तो उसके उपयोग के बाद लोग उसके दुष्प्रभाव के बारे में ही जानने के इच्छुक होते हैं इसलिए यहाँ आपको इस विष्य के बारे में भी बताया जा रहा है ।

डॉ० चंदना कहते हैं की हमने सामान्य से लेकर गंभीर मरीजों तक को यह दवा दी और सभी प्रकार के मरीजों को इस दवा से फायदा मिला, ट्रायल के दौरान हमें किसी मरीज में Side effects या दुष्प्रभाव देखने को नही मिले ।

इसलिए कहा जा सकता है की 2 डीजी के कोई नुकसान नही होते ।

2 डीजी की खुराक ( 2dg dosage in hindi )

2 डीजी सैशे की रूप में मिल सकती है । जिस तरह Ors को पानी में मिक्स कर के पीते हैं उसी तरह 2 डीजी को भी पानी में मिला कर पी सकते हैं ।

कोरोना के मरीज को इस दवा के द्वारा सही होने में
5-7 दिन का समय लग सकता है ।

2 डीजी की कीमत ( 2dg Price in hindi )

2 डीजी की कीमत को लेकर सर्वाजनिक रूप से कोई खुलासा नही किया गया है । मगर डॉ० चंदना कहते हें की दवा किफायती हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा ।

अनुमानों के मुुताबिक 2 डीजी के एक सैशे की प्राइस 500 से 600 के बीच हो सकती है ।

2 डीजी कोरोना के खिलाफ किस तरह काम करती है

1. 2 डीजी कोरोना के खिलाफ कारगर मानी जा रही है ये एक मात्र दवा है जिसको कोरोनारोधी कहा जा रहा है । इस दवा के Use से हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता कम होती है ।

2. आपको पता ही होगा की 2dg नाम के अणु से कैंसर की कोशिकाओं का इलाज होता है 2 डीजी दवा को उसी अणु का बदला हुआ रूप माना जा रहा है ।

3. नवभारतटाइम्स के मुताबिक अभी तक इस दवा को सेकंडरी दवा के रूप में ही इस्तेमाल किया जा रहा है । यानी यह दवा प्राइमरी दवा के असर को समर्थन करती है । इस दवा को ग्लूकोज की तरह माना जा सकता है लेकिन हम आपको बता दें की यह दवा ग्लूकोज नही है ।

2 डीजी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल व उनके जबाव ( FAQ About 2dg In hindi )

दोस्तों यहाँ आपको 2 डीजी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल व उनके जबाव दिये जा रहे हैं जो शायद आपके दिमाग में घूम रहे होगे ।

1. किस के द्वारा बनाई गई है 2dg मेडिसिन

2dg जिसका पूरा नाम  2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज हैं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की प्रयोगशाला नामिकीय औषिध तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) के द्वारा बनाई गई थी ।

2. ये दवा टेबलेट, कैप्सूल या इंजेक्शन किस रूप में मिलेगी ?

सूत्रों के मुताबिक यह दवा मार्केट में Powder के रूप में Available होगी जिस तरह आप Ors को पानी में मीला कर सीधे पी जाते हैं उसी तरह 2-डीजी को भी पानी में घोलकर लिया जा सकता है ।

3. डीआरडीओ के द्वारा इस दवा पर कब काम शुरू किया गया था?

अगर हम आपको सीधे सीधे बताए तो इस दवा पर भारत में कोरोना की पहली लहर यानी अप्रैल 2020 में ही काम शुरू हो गया था । इस दवा का निर्माण आईएनएमएएस-डीआरडीओ के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया है । वैज्ञानिकों ने हैदराबाद में स्थित एक लैब में प्रयोग के बाद पाया की अणु सार्स कोरोना को रोकने में मददगार सिध्द हो सकता है ।

4. दवा के क्लिनिक ट्राइल में क्या रिजाल्ट सामने आये ?

इस दवा के तीसरे ट्राइल दिसंबर 2020 से मार्च 2021 तक चले जिसमें पता चला की 2dg एसओसी की तुलना में ऑक्सीजन निर्भरता बहुत कम कर देता है । इसके अलावा 65 साल की उम्र के लोगों पर जो ट्राइल करे गए हैं उनमें भी इस दवा के सकारात्मक नतीजे निकल कर सामने आये ।

5. कोरोना मरीजों के लिए किस तरह फायदेमंद है ये दवा ?

इस दवा से सबसे ज्यादा उन मरीजों को लाभ मिलेगा जिनको साँस लेने में परेशानी आ रही है । क्लिनिकल टेस्ट में वैज्ञानिकों ने पाया की इस दवा से ना केवल रीकवरी जल्दी होती है बल्कि अतिरिक्त ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम होती है ।

ऐसे समय में जब कोरोना की दूसरी लहर देश भर में कहर ठहा रही है और बठे पैमाने पर मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करना पड रहा है इसके अलावा ऑक्सीजन की कमी के चलते हजारों लोगों को जान से हाथ थोना पड रहा है ऐसे समय में 2DG किसी संजीवनी वुटी से कम नही है ।

इस दवा के सही उपयोग से लाखों करोडो बेगुनाह और कीमती जिंदगीयों को बचाया जा सकता है । यह दवा सीधे वायरस से एफेक्टिड कोशिकाओं पर असर करती है और वारयस को बढ़ने से रोकने के साथ ही उसे खत्म करने से भी रोकती है ।

इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने भी कहा है की इस दवा से कोरोना मरीजों के अस्पतों में रूकनी की अवधि भी घटी है यानी इससे रीकवरी भी जल्दी हो रही है ।

6. शुरूआत के 2-3 दिन वारयस गले और नाक तक ही रहता है क्या तब इस दवा को लिया जा सकता है ?

हम आपको बता दें की इस दवा के क्लिनिकल ट्राइयल केवल मॉडरेट और सीरियस मरीजों पर ही किये गये थे, लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो इस दवा से सामान्य मरीजों को भी काफी लाभ मिल सकता है ।

7. जैसे जैसे समय बढ़ रहा है कोरोना के नए नए लक्षण सामने आ रहा है क्या यह दवा सभी लक्षणों पर कारगर होगी ?

हम आपको बता दें की 2 डीजी का क्लिनिक ट्रायल लगभग 220 मरीजों पर हुआ था, ये मरीजों की छोटी संख्या नही है इसके अलावा ट्रायल में शामिल मरीजों के एक ही जैसे लक्षण नही थे बल्कि अलग अलग प्रकार के सभी लक्षण थे । उन सभी में इस दवा के सकारात्मक नतीजे मिले ।

दरअसल यह दवा ग्लूकोज एनालॉग ही है जोकि ग्लूकोज के माध्यम पुरे शरीर में फैल जाती है और वहा असर दिखाती है जहाँ वायरस मौजूद होता है ।

इस दवा का मुख्य कार्य वायरस की ग्रोथ को रोकना और उसको खत्म करना है ।

8. क्या बच्चों को यह दवा को देना सुराक्षित है ।

इस दवा के जितने भी ट्रायल हुए उन सभी में मरीजों की उम्र 18 से अधिक थी इसलिए इस दवा का बच्चों पर क्या प्रभाव पडेगा इसके बारे में कुछ कहा नही जा सकतांं, इसलिए 2DG को बच्चों को देना है या नही ये ड्रग कंट्रोलर तय करेगा । लेकिन इस दवा के अभी तक कोई नुकसान रीकॉर्ड नही कीये गये हैं और दवा को बहुत छोटी खुराक में दिया जाता है ।

9. R. T. P. C. R. में एक वैल्यू आता है तो क्या हम मान कर चलें की R. T. P. C. R. रिपोर्ट में भी दवा की वैल्यू निर्धारित होगी ?

Health experts का मानना है की रोग प्रतिरोधक क्षमता एक दिवार की तरह होती है आपने भी देखा होगा की अगर किसी मजबूत दिवार पर 8-12 बार भी हमले किये जाये तो उसका कुछ नही होता जबकि एक कमजोर दिवार 3-4 बारों में ही ठह जाती है । इसलिए यह उस व्यक्ति Immunity पर ही निर्भर करता है की वारयस के लक्षणों का उस व्यक्ति पर कितना गंभीर असर होगा ।

About Post Author

× Doctor Advice
%d