April 28, 2024

Cluster headache

Cluster headache

नमस्कार दोस्तों । आज इस लेख में हम आपको ऐसे रोग के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में शायद आपने कभी सुना भी ना हो । जी हाँ ! दोस्तों जैसा की आपको आर्टिकल के टाइटल से ही पता चल गया होगा इस पोस्ट में हम क्लस्टर हेडेक ( Cluster headache in hindi ) के बारे में बता रहे हैं ।

क्लस्टर हेडेक बहुत ही ज्यादा दर्दनाक बिमारी है । इस रोग से पीडित व्यक्ति के सर में तेज दर्द होता है । दर्द सर के एक विशेष भाग में होता है और आमतौर पर आँख के आस-पास होता है ।

इस बिमारी में दर्द लहरों की तरह आता है । व्यक्ति को अचानक Pain होने लगता है और लगभग 15 मिनट से 1 घंटे तक बने रहता है । क्लस्टर हेडेक में इतना भयानक सिर दर्द होता है की लोग इसको आत्मघाती सर दर्द ( सुसाइडिक हैडेक ) भी कहते हैं ।

क्लस्टर हेडेक की अजीब बात ये है की यह हर साल एक ही मौसम या समय पर होता है जैसे कुछ लोगों को वर्षा के मौसम में क्लस्टर हेडेक होता है ।

क्लस्टर हेडेक में सिरदर्द अचानक से होने लगता है और अपने आप ही गायब भी हो जाता है ।

क्लस्टर हेडेक के अटैक पडने पर सिर में तेज दर्द का अनुभव होता है दर्द इतना तेज होता है की व्यक्ति की आँख लाल पडने लगती हैं, उनसे पानी आने लगता है और पलकें भी भारी हो जाती है ।

क्लस्टर हेडेक किसी भी अन्य प्रकार के सर दर्द से घातक होता है । यह बिमारी भले ही गंभीर हो मगर ये बहुत ही दुर्लभ रोग है । एक अनुमान के मुताबिक 1000 में केवल 1 ही व्यक्ति को ये रोग होता है ।

हैल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार समय रहते इस बिमारी का इलाज जल्द से जल्द करवा लेना चाहिये बरना मरीज के लिए घातक स्थिति पैदा हो सकती है ।

इस रोग के कुछ विशेष लक्षण भी होते हैं जिन पर गौर कर के इसका जल्द से जल्द निवारण कर देना चाहिचे ।

क्लस्टर हेडेक / सिरदर्द क्या है ( What is Cluster Headache in Hindi )

भले ही क्लस्टर हेडेक असहनीय दर्द वाला रोग है बहरहाल ज्यादातर लोग इसे सामान्य प्रकर ( Type ) का सिरदर्द ही मानते हैं । इस रोग को प्राइमरी हेडेक डिसॉर्डर ( primary headache disorder ) भी कहा जाता है ।

क्लस्टर सिरदर्द में सिर के एक ही भाग में दर्द होता है अच्छी बात है की इस रोग से आबादी का बहुत ही छोटा हिस्सा प्रभावित होता है कुछ अनुमानों के मुताबिक लगभग 0.1 प्रतिशत लोग ही इस बिमारी से एफेक्टेड होते हैं ।

यह रोजाना हफ्तों या फिर महीनों तक भी रह सकता है इस रोग के बारे में बहुत कम लोगों को पता होता है इसलिए कुछ लोग इसे साइनस की समस्या, माइग्रेन या तनाव के कारण होने वाला सिरदर्द भी मान बैठते हैं ।

What is Cluster Headache in Hindi

क्लस्टर हेडेक होना कितना सामान्य है ( How common is a cluster Headache in hindi )

जैसा की हमने कहा क्लस्टर सिरदर्द एक दुर्लभ रोग है जिससे केवल 0.1 प्रतिशत आबादी पीडित रहती है । यह रोग जवान, किशोर या युवा किसी को भी हो सकता है लेकिन आमतौर पर ये समस्या 30 साल की उम्र से पहले होती है ।

कितने प्रकार का होता है क्लस्टर सिरदर्द ( types of cluster headaches in hindi )

मुख्स रूप से क्लस्टर हेडेक को उसकी स्टेज और गंभीरता के मुुताबिक दो भागों में विभाजित किया जा सकता है । जो निम्न प्रकार से हैं ;-

1. एपिसोडिक क्लस्टर हेडेक :-

क्लस्टर हेडेक से प्रभावित अधिकतर लोग इसी प्रकार के हेडेक से ग्रस्त होते हैं । इसमें व्यक्ति को डेली हफ्तों या महीनों तक सिर में दर्द होता है इसके बाद सिरदर्द पुरी तरह गायब हो जाता है । एक वेबसाइट के मुताबिक के मुताबिक इससे पीडित लोगों को कम से कम साल में एक दो बाद इसके अटैक का सामना करना पडता है जोकि कई बार महीनों के लिए भी हो सकता है ।

2. क्रॉनिक क्लस्टर हेडेक (chronic Cluster Headache) :-

क्लस्टर हेडेक को झेल रहे लगभग 15-20% लोग ही इसी प्रकार के सिरदर्द का सामना करते हैं । इस रोग में पुरे साल भर के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन क्लस्टर हेडेक के अटैकों का सामना करना पडता है । कुछ लोगों का सिर दर्द एक महीने होकर गायब हो सकता है और फिर दोबारा आ भी सकता है या फिर लगातार हेडेक का सामना भी करना पड सकता है ।

क्या हैं क्लस्टर सिरदर्द के लक्षण ( Symptoms of Cluster Headache in Hindi )

क्लस्टर सिरदर्द का मुख्य लक्षण इसका तीव्र सिरदर्द है इस रोग में होने वाले दर्द की तीव्रता को शब्दों में बयां नही किया जा सकता इसको केवल क्लस्टर सिरदर्द से पीडित व्यक्ति ही समझ सकता है ।

हम आपको बता दे की क्लस्टर सिरदर्द में व्यक्ति उसी तरह तडपता है जिस तरह पानी से निकाली गई मछली तडपती है । इसमें होने वाला दर्द माइग्रेन की तुलना में बेहद तेज होता है । दर्द शुरू होने पर व्यक्ति पागलों की तरह कमरों के चक्कर लगाने लगता है ।

दर्द होने पर व्यक्ति तुरंत हाथ पैर झटपटाने लगता है ।
कुछ लोगों तो इतना तेज दर्द होने लगता है की वो दर्द की तीव्रता को कम करने के लिए चीजों को सिर पर मारने लगते हैं ।

तेज सिरदर्द के अलावा क्लस्टर सिरदर्द के कुछ और लक्षण भी होते हैं जैसे :-

1. जिस साइड में दर्द हो रहा है उस तरफ आँखों का लाल पडना

2. जी का मचलाना या उल्टियां आना

3. नाक जाम होना

4. जिस हिस्से में दर्द है उस तरफ की आँखों से पानी आना

5. चेहरे पर पसीना आना

6. माथे या कनपटी पर दर्द का अनुभव होना

7. बैचेनी का अनुभव होना

8. पलको पर सूजन आना

9. आँख की पुतली में भी दर्द होना

10. दर्द के साथ जलन महसूस होना

क्यो होता है क्लस्टर सिरदर्द क्या हैं कारण ( Causes of cluster headache in hindi )

अभी तक Health experts के द्वारा इस बात का पता नही चल पाया है की क्लस्टर सिरदर्द क्यो होता है लेकिन कुछ Studies और अनुमान इसके कारणों की ओर जरूर इशारे करते हैं ।

Causes of cluster headache in hindi

ये कहा जाता है की क्लस्टर हेडेक न्यूरोवस्कुलर से रीलेटेड सिरदर्द का एक प्राइमरी रूप है जिसका सम्बन्ध नसों और रक्त धमनियों से है । लेकिन फिर भी ये पुरी तरह साफ नही है की क्लस्टर सिरदर्द होने के पीछे क्या कारण हैं । खैर कुछ शोधकर्ता बताते हैं की क्लस्टर हेडेक होने पर ब्रेन में होने वाली हाइपोथैलेमस की गतिविधियां ज्यादा बढ़ जाती हैं ।

अब आप सोच रहे होगें की ये हाइपोथैलेमस क्या बला है तो हम आपको बता दें की ये दिमाग का वही हिस्सा है जो प्यास और भूख तथा Body के तापमान जैसी क्रियाओं को कंट्रोल करता है ।

दोस्तों जैसा की हमने अभी कहा क्लस्टर सिरदर्द होने की वजह पुरी तरह से साफ नही है । लेकिन फिर भी अनुमानों के मुताबिक ऐसे कारक ( Factors ) हैं जो

क्लस्टर सिरदर्द को जन्म दे सकते हैं । जैसे:-

1. ज्यादा गर्म वातावरण में रहना या ज्यादातर समय तेज धूम में रहना

2. ऐस काम करना जिससे बॉडी का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाए जैसे – ज्यादा गर्म पानी में नहाना

3. तेज गर्मी में शारीरिक क्रियाओं का बढ़ना

4. स्मोकिंग या ज्यादा शराब का सेवन करना

5. ज्यादातर समय तेज रोशनी में रहना

6. दवाओं का दवाओं के साथ रिएक्शन होना या किसी दवा का साइड इफेक्ट होना

7. इसके अलावा क्लस्टर सिरदर्द का अनुवांशिक कारण भी हो सकता है

इन कारणों के अतिरिक्त कई बार देखने में आया है की जब किसी विशेष क्षेत्र में अचानक से मौसम में बदलाव आ जाता है तो वहाँ कुछ लोगो में क्लस्टर सिरदर्द की समस्या बढ़ने लगती है ।

इन सब के अलावा यदि शरीर में कोर्टिसोल और मेलाटोनिन नामक हार्मोनों का असंतुलन हो जाए या फिर किसी तरह गडबडा जाएं तो इससे भी क्लस्टर सिरदर्द पनप सकता है ।

ये हार्मोन्स Body में सोने-जगने, शरीर में तनाव और नींद जैसी जरूरी प्रक्रियों को नियंत्रित करते हैं ।

क्लस्टर सिरदर्द से बचाब ( Prevention of cluster headaches in Hindi )

अभी तक डॉक्टर और वैज्ञानिक स्पष्ट रूप से क्लस्टर सिरदर्द होने के कारणों का पता नही लगा पाए लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं जिनको अपना कर आप क्लस्टर सिरदर्द के लक्षणों में सुधार ला सकते हैं ।

1. रीसर्चों में भी सामने आ चुका है की जो लोग क्लस्टर हेडेक से परेशान होते हैं उनमें से ज्यादातर लोग स्मोकिंग के आदी होते हैं । इसलिए इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर स्मोकिंग से दूर रहने की हिदायत देते हैं ।

2. माइउपचार डॉट कॉम के मुताबिक कुछ खास प्रकार की दवाएं होती हैं जो रक्त धमनियों को फैला देती हैं अगर आप भी ऐसी कोई दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से बात कर के उन दवाओं में बदलाव करें

3. मौसम अधिक गर्म होने पर या गर्मी के मौसम में ज्यादा Exercise ना करें । इससे भी आपको क्लस्टर सिरदर्द को कम करने में मदद मिलेगी ।

4. सोने का समय फिक्स कर लें ओर डेली उसी समय सोने की आदत डालें, याद रखें सोने का टाइम फिक्स और सिलसिलेवार होना चाहिये ।

5. मार्केट में कई ऐसी दवाएं मौजूद हैं जो क्लस्टर हेडेक दूर करने का दावा करती हैं मगर कई स्टाडीस में सामने का आया है की इनके बहुत Side effects होते हैं इसलिए बिना सोचे समझे या डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा को लेने से बचें

क्लस्टर सिरदर्द के जोखिम कारक ( Risk Factors of Cluster Headache in  Hindi )

क्लस्टर सिरदर्द के निम्नलिखित जोखिम कारक हो सकते हैं ।

1. महिलाओं की तुलना में पुरूषों को जोखिम होने की संभावना ज्यादा होती है ।

2. अल्कोहोल का अधिक सेवन करने वाले

3. ब्रेन सर्जरी

4. 30 साल की उम्र से ऊपर के लोग

क्लस्टर सिरदर्द रोग की पहचान किस तरह की जाती है ( Cluster headaches diagnosis in Hindi )

क्लस्टर सिरदर्द की तकलीफ इतनी ज्यादा होती है की ये कारण ही मरीज को डॉक्टर के पास पहुचने को मजबूर कर देता है । मरीज के द्वारा अधिक दर्द देने की सूचना देने और लक्षणों के बारे में बताने पर ही डॉक्टर को इस रोग के सम्बन्ध में अदेंशा होने लगता है ।

रोग का पाता लगाने के लिए मरीज के शारीरिक टेस्ट के साथ उसकी मेडिकल हिस्ट्री की भी चाँज पडताल की जाती है । इस बिमारी का मुख्य लक्षण तेज सिरदर्द है

लक्षण दिखने के बाद भी डॉक्टर संंतुष्ट होने के लिए न्यूरो एग्जाम या इमेजिंग टेस्ट करवा सकता है । डॉक्टर इस बात की भी पूरी जाँच करता है की कही मरीज को ब्रेन ट्यूमर तो नही है । इसी के बाद क्लस्टर सिरदर्द की मौजूदगी का पता चलता है ।

आइये अब क्लस्टर सिरदर्द के इलाज ( Treatment of cluster headache in hindi ) के बारे में जानते हैं ।

क्लस्टर सिरदर्द का इलाज ( Treatment of cluster headache in hindi )

क्लस्टर सिरदर्द का इलाज बताने से पहले हम एक बात साफ कर दें की इस प्रकार के ट्रीटमेंट से पुरी तरह
क्लस्टर सिरदर्द खत्म नही होता बल्कि लक्षणों में राहत मिलती है और दर्द में कमी आती है ।
क्लस्टर सिरदर्द के इलाज निम्नलिखित हैं ।

1. स्टेरॉयड ( एंटी-इंफ्लेमेटरी ) दवाईयां :- क्लस्टर सिरदर्द के उपचार में स्टेरॉयड ( एंटी-इंफ्लेमेटरी ) दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है इससे लक्षणों में सुधार होता है दर्द में भी कमी आती है शुरूआत में इन दवाओं के बडे डोस दिये जाते हैं लेकिन धीरे धीरे इनकी मात्रा कम कर दी जाती है ।

2. नाक के नथुने द्वारा दिये जाने वाले स्प्रे :- मरीज को दर्द से राहत देने के लिए नोजल स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है ।

3. ट्रिप्टन ड्रग्स या ऑक्सीजन इनहेलेशन :- आमतौर पर इन दवाओं का उपयोग माइग्रेन के दर्द में किया जाता है लेकिन इसका इस्तेमाल क्लस्टर सिरदर्द में भी किया जा सकता है । इससे तुरंंत दर्द में राहत मिलती है इन दवाओं को नोजल स्प्रे या इंजेक्शन के द्वारा दिया जा सकता है ।

4. सर्जिकल उपचार :– अगर दवाओ और स्प्रे का इस्तेमाल करने पर भी कोई आराम नही मिल रहा है तो डॉक्टर सर्जिकल ट्रीटमेंट करने की सलाह दे सकता है । इसमें मुख्य तौर सेे न्यूरोस्टिम्यूलेटर जैसे उपचार आते हैं ।

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