दवा का नाम :- अश्वगंधा (withania somnifera)
निर्माण पदार्थ :- अश्वगंधा की जड़
शक्ति (पोटेंसी) :- मूलार्क (Mother Tincture)
आयुर्वेद में अश्वगंधा से बनने वाले विभिन्न दवाये:-
अश्वगंधारिष्ट
अश्वगंधाघृत
अश्वगंधा चूर्ण
अश्वगंधा अवलेह
अश्वगंधा (Ashwagandha) का मुख्य प्रयोग-
होमियोपैथी में इस दवा की अभी प्रुविंग नहीं हो पाई है लेकिन फिर भी विभिन्न रोगों में यह सफलतापूर्वक प्रयोग होती है । यह नपुंसकता दूर करने की उत्तम औषधि है । अधिक सहवास करने के कारण आई कमजोरी, धातु-विकार के कारण दुर्बलता, उपदंश का रोग, बाँझपन व प्रदर-रोग में भी यह उपयोगी है । यह शरीर में बल-वीर्य की मात्रा बढ़ाती है । गर्भावस्था में महिला को शक्ति प्रदान करती है ।
यह पुरुषों व महिलाओं- दोनों के लिये उत्तम टॉनिक की भाँति है । अत्यधिक शारीरिक या मानसिक श्रम करने से उत्पन्न थकान या कमजोरी, काफी समय तक बीमार रहने की वजह से होने वाली कमजोरी, स्नायविक दुर्बलता बहुत ज्यादा खाने पीने के बाद भी कमजोरी व दुबलापन आदि में यह औषधि रामबाण काम करती है ।
निरोग व्यक्ति भी इसका सेवन कर सकते है , इसके सेवनमात्र से ही स्मरण शक्ति बढ़ जाती है । विद्यार्थियों के लिए ये औषधि बहुत लाभदायक है ।
ब्लड शुगर में अश्वगंधा :-
अश्वगंधा में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट और एन्टी बैक्टरियल गुण होने के कारण ये शरीर मे एक प्रतिरोधक का कार्य करता है जिसके कारण ब्लड शुगर( डाइबिटीज) जैसी बीमारियों में ये रामबाण कार्य करती है ।
कैंसर में अश्वगंधा :- कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को नष्ट कर शरीर मे बीमारियों का समावेश कर देती है । अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होने के कारण ये प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिसके कारण केंसर जैसी भयानक बीमारी में भी ये दवा बहुत कारगर साबित होती है ।
जिनसेंग ओर अश्वगंधा (withania somnifera):-
जैसा कि हम सभी जानते है जिनसेंग चीन में पाई जाने वाली एक बहुत बेहतरीन औषधि है जो कि मानसिक व शारारिक क्षमता को बढ़ाने में काम करती है । ठीक उसी प्रकार अश्वगंधा को भी भारतीय जिनसेंग के नाम से जाना जाता है । इस दवा के ज्यादातर गुण जिनसेंग से मिलते है । कई होम्योपैथिक डॉक्टर जिनसेंग की जगह अश्वगंधा को वरीयता देते है ।
अश्वगंधा (Aswagandha) के महत्वपूर्ण लक्षण व उपयोग :-
1. मानसिक थकान व शारीरिक कमजोरी में ये दवा बहुत अच्छा कार्य करती है
2. महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन में ये दवा बहुत अच्छा कार्य करती है ।
3. हाइपर टेंशन के कारण ब्लड प्रेशर के बढ़ने पर अश्वगंधा का सेवन बहुत लाभदायक होता है ।
4. यौन क्षमता को बढ़ाने और sex लाइफ को बेहतर बनाने में अश्वगंधा दवा बहुत कारगर साबित होती है ।
5. महिलाओं में अश्वगंधा ठीक उसी प्रकार कार्य करता है जैसा कि पुरुषों में । अश्वगंधा की खास बात ये है कि ये सीधे मानसिक दिक्कतों में काम करता है जिससे महिलाओं में आन्तरिक क्षमता बढ़ती है ।
अश्वगंधा से होने वाली हानि :-
वैसे तो अश्वगंधा बहुत ही लाभदायक दवा है परंतु फिर भी बिना किसी कारण से कोई भी दवा नही लेनी चाहिए ।
खासतौर पर प्रेगनेंसी के दौरान ये दवा बिल्कुल भी नही लेनी चाहिए । प्रेगनेंसी में ये दवा गर्भपात का कारण बन सकती है ।
अगर आपको थाइरोइड की बीमारी है तो इस दवा का सेवन आपको अन्य थाइरोइड दवाओं के साथ नही करना चाहिए । क्योंकि ये दवा अतिरिक्त हार्मोन पैदा कर सकती है जोकि थायरॉइड वाले रोगियों के लिए ठीक नही । हाँ आप ये दवा थाइरोइड में अकेले कर सकते है ।
FAQ ( ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रश्न :- क्या अश्वगंधा (Aswagandha) को किसी अन्य शक्तिवर्धक औषधि के साथ ले सकते है ?
उत्तर :- जी हाँ, अश्वगंधा को शतावरी , सफेद मूसली , कौंच बीज , जिनसेंग, शिलाजीत तथा अन्य औषधि गुणों वाले दवा के साथ ले सकते है परंतु कुछ खास कंडीशन को छोड़कर , इसलिए बेहतर ये रहता है कि आप किसी डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
प्रश्न :- अश्वगंधा (Aswagandha) को किस किस रूप में ले सकते है ?
उत्तर :- आयुर्वेद में अश्वगंधा का चूर्ण, अश्वगंधारिष्ट,कैप्सूल व होम्योपैथिक में मदर टिंचर (मूलार्क) आदि के रूप में सेवन कर सकते है ।
प्रश्न :- अश्वगंधा (Aswagandha) को कितने उम्र के बच्चे ले सकते है ?
उत्तर :- किसी भी उम्र के बच्चे इसका सेवन कर सकते है । होम्योपैथिक दवा होने के कारण इसका कोई दुष्प्रभाव नही होता परन्तु फिर भी किसी अच्छे डॉक्टर की देखरेख में दवाओं को लेना चाहिए खुद से कोई एक्सपेरिमेंट नही करना चाहिए
प्रश्न :- अश्वगंधा (Aswagandha) किस कंपनी का सही होता है ?
उत्तर :- होम्योपैथिक में अश्वगंधा मदर टिंचर Q का सेवन किया जाता है जोकि ज्यदातर कंपनियों द्वारा बनाया जाता है । फिर भी कुछ कंपनियां जैसे SBL , Bakson, HSL, Dr Reckeweg , Adel , Dr wilimar Shwabe, oddo, का ले सकते हो
आयुर्वेद में पतंजलि , डाबर, वैधनाथ, आदि कंपनियों का बेहतर होता है ।
प्रश्न :- हम अश्वगंधा को कहां से खरीद सकते है ?
उत्तर :- आप अश्वगंधा को online indiamart , Healthmug , आदि वेबसाइटों से कर सकते है ।
प्रश्न :- क्या बुखार ( टाइफाइड) आदि में अश्वगन्धा ले सकते है ?
उत्तर :- जी हाँ ।
प्रश्न :- अश्वगंधा के कैप्सूल कैसे खाने चाहिए ?
उत्तर :- पानी, दूध में मिलाकर आप इसके कैप्सूल को खा सकते हो । अश्वगंधा के चूर्ण को पानी , शहद, या घी में मिलकर भी इसका सेवन कर सकते है ।
प्रश्न :- अश्वगंधा को कितने दिनों तक खा सकते है ।
उत्तर :- 2 से 4 ग्राम प्रतिदिन , 3 से 4 महीने तक
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