May 5, 2024

थूजा (Thuja 200) के लाभ, उपयोग, जानकारी

thuja

आज दिन पर दिन होम्योपैथिक दवाओं और इलाज के तरीकों का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है क्योकि इस विधि द्वारा इलाज कराना ना केवल असरदार होता है बल्कि Side effects मुक्त ( Free ) भी होता है इसलिए लोग बडे पैमाने पर इंटरनेट पर होम्योपैथिक दवाओं के बारे में जानने के लिए सर्च करते हैं ।

इंनटरनेट पर Hindi में होम्योपैथि से सम्बन्धित काफी कम जानकारी उपलब्ध है और जो थोड़ी बहुत जानकारी Available भी है वो पूर्ण नही है इसलिए हम इस ब्लॉग पर विभिन्न होम्योपैथिक दवाओं के बारे में जानकारी देते हैं ।

इसी कड़ी में आज हम एक पोपुलर होम्योपैथिक दवा थूजा ( thuja 200 uses in hindi ) के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं ।

थूजा क्या है ( What is thuja in hindi )

थूजा एक प्रकार का पेड़ होता है जिसकी पत्तियो और उसके तेल को दवा के रूप में दुनिया भर में इस्तेमाल किया जाता है । इस दवा की होम्योपैथी में एक अलग ही पहचान है ।

इस होम्योपैथिक दवा का इस्तेमाल एक नही बल्कि अनेक रोगों में किया जाता है कुछ लोगों को लगता है की थूजा का इस्तेमाल केवल त्वचा के मस्सेे दूर करने के लिए किया जाता है मगर ये आपके शरीर के विभिन्न अंगों पर अलग – अलग प्रभाव दिखाती है और इसका असर लगभग पुरी शरीर पर दिखता है ।

स्किन के मस्सों को हटानेे के अलावा होम्योपैथिक डॉक्टर थूजा का इस्तेमाल स्किन के बैक्टेरिया, मुँह के छाले और ब्रोंकाइटिस में भी करते हैं ।

इन सब स्थितियों के अलावा इस दवा का इस्तेमाल ऑस्टियोआर्थराइटिस, ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया और तंत्रिका विकार जैसी समस्याओं में किया भी जाता है ।

thuja uses in hindi

थूजा का उपयोग ( thuja uses in hindi ) मुत्रवर्धक मेडिसिन की तरह ( पेशाब के फ्लो को बढ़ाने के लिए ), कफोत्सारक के रूप में ( कफ में राहत पाने के लिए ) और इम्यून बूस्टर की तरह ( रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए ) किया जाता है ।

इसके साथ ही कुछ लोग थूजा का यूज गर्भपात करने के लिए भी करते हैं ।

यदि कोई व्यक्ति जोड़ो के दर्द से पीडित है, मसल्स में दर्द रहता है या फिर ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या से ग्रस्त है तो इस हालत में भी कभी – कभी थूजा को लिया जा सकता है ।

थूजा को मस्से, कैंसर और स्किन से रीलेटेड दूसरी समस्याओं में भी लिया जाता है ।

जरूरी जानकारी :- थूजा एक होम्योपैथिक दवा है जिसका पुरे शरीर पर प्रभाव पडता है और होम्योपैथिक डॉक्टर इस दवा को व्यक्ति की पुरी शारीरिक स्थिति समझने के बाद ही देते हैं इसलिए कभी भी दूसरों की राय पर इस दवा को सीधे लेने से बचें और डॉक्टर की सलाह के बाद ही इस दवा को लें ।
थूजा को दूसरे किन नामों से जाना जाता है ( What other names is Thuja known by )

थूजा को बाजार में कई अलग अलग नामों से जाना जाता है इसलिए कई बार व्यक्ति कन्फ्यूज हो जाता है की कही वो गलत दवा तो नही ले रहा ।

अगर आप बाजार में तलाशने जाओगे तो आपको थूजा के ये नाम सुनने तो मिल सकते हैं :-

1. सीडर लीफ ऑयल
2. ट्री ऑफ लाइफ
3. अमेरिकन अर्बोर्वितए
4. हकमटैक
5. थूजा ऑक्सीडेंटलिस
6. वाइट सीडर
7. स्वाम्प सीडर

थूजा का उपयोग किन समस्याओं में किया जाता है ( thuja 200 uses in hindi )

जैसा की हमने पहले कहा थूजा के एक नही बल्कि अनेको उपयोग होते हैं इसको कई गंभीर रोगों के उपचार में यूज किया जाता है और इसका ब्लड प्रेशर से लेकर दिमाग तक पर प्रभाव पडता है ।

इसलिए इसे डॉक्टर की अनुमति के बिना नही लेना चाहिये और जहाँ तक थूजा के उपयोग ( thuja 200 uses in hindi ) की बात है तो इसको निम्नलिखित समस्याओं में यूज किया जाता है ।

1. गले की खराश में थूजा का उपयोग ( thuja uses in sore throat in hindi )

त्वचा सम्बन्धि विकारों के अलावा थूजा को गले की खराश में भी उपयोग किया जा सकता है । कुछ रीसर्चों में सामने आया है की विटामिन सी के एक खास प्रोडक्ट को, इचिनेशिया, थूजा और एस्बेरिटॉक्स के साथ 2 हफ्तों तक लेने से टॉन्सिलिटिस जैसी गले की खराश से जुड़ी समस्याओं के लक्षणों को कम किया जा सकता है ।

यानी इस रीसर्च से पता चलता है की सिर्फ इरिथ्रोमाइसिन लेने के बजाय थूजा ज्यादा सही रहता है ।

थूजा का उपयोग श्वेत रक्त कोशिकाओं की कमी में ( The use of thuja in the deficiency of white blood cells in hindi )

जिन लोगों को श्वेत रक्त कोशिकाओं ( white blood cells ) की कमी है उनको भी थूजा के उपयोग से लाभ मिल सकता है । शुरूआती खोजो से पता चलता है की थूजा, इचिनेशिया, वाइल्ड इंडिगो ओर विटामिन सी के एक खास प्रोडक्ट को लगातार 6 महीने लेने से श्वेत रक्त कोशिकाओं की कमी दूर होने लगती है ।

लेकिन हाँ ! जिन लोगों ने लम्बे समय से किमोथैरेपी कराई है इनको इस दवा से कोई लाभ नही मिलता इसके अलावा जिन महिलाओं ने रेडिएशन थैरेपी करवाई है उनकी श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या में भी कोई सुधार देखने को नही मिलता ।

थूजा का उपयोग मुंह के छालों में ( thuja uses in mouth ulcers in hindi )

थूजा, इचिनेशिया, वाइल्ड इंडिगो ओर विटामिन सी के एक खास प्रोडक्ट को लेने से मुंह के छाले दूर होते हैं साथ ही उनसे होने वाले दर्द में भी राहत मिलती है ।

इसके अलावा तनाव और खुजली में भी राहत मिलती है ।

नाक की सूजन में थूजा का उपयोग ( The use of thuja in inflammation of the nose in hindi )

कुछ शुरूआती शोधों से पता चलता है की एंटी बायोटिक के साथ विटामिन सी के एक खास प्रोडक्ट को, इचिनेशिया और थूजा के अर्क के साथ 20 दिन तक लेने पर साइनसाइटिस से ग्रसित मरीजों की समस्याओं में सुधार होता है ।

जुकाम में थूजा का उपयोग ( thuja uses in colds in hindi )

रीसर्चों के मुताबिक विटामिन सी के एक खास प्रोडक्ट को, इचिनेशिया और थूजा के अर्क को 7 से 9 दिन तक लेने पर सामान्य जुकाम और सर्दी के लक्षण दूर होते हैं

thuja occidentalis 200CH, 1M, 30CH USES in hindi और सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में

thuja occidentalis 200CH, 1M, 30CH USES in hindi निम्नलिखित है :-

1. पूराने लक्षणों को दूर करने में फायदेमंद है
2. प्राइवेट पार्ट और Skin पर मस्सों की समस्या को दूर करती है
3. त्वचा पर लाल – लाल चक्तों की समस्या को दूर करती है
4. किशारों को होने वाले पीट, गर्दन और कमर के मुहासों को दूर करती है

थूजा के दूसरे उपयोग और फायदे ( Other uses and benefits of thuja in hindi )

ऊपर बताए गए थूजा के उपयोगों ( thuja uses in hindi ) के अलावा इस दवा के निम्नलिखित उपयोग व फायदे भी होते हैं लेकिन अभी तक इन उपयोगों पर पर्याप्त वैज्ञानिक शोंध नही हुए हैं ।

इसलिए इन समस्याओं में डॉक्टर के परामर्श के बिना थूजा को नही लेना चाहिये

1. गठिया के उपचार में थूजा को लिया जा सकता है
2. त्वचा पर होने वाले विभिन्न रोगो में भी इस होम्योपैथिक मेडिसिन को लिया जाता है ।
3. शरीर पर अलग अलग जगह होने वाले मस्सों के इलाज में इसको लिया जाता है
4. कुछ कैंसरों के इलाज में
5. न्योमोनिया में भी इसको इस्तेमाल में लाया जा सकता है
6. नसों के होने वाले दर्द में
7. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में
8. ब्रोंकाइटिस के इलाज में
9. गर्भपात करने में
10. मसल्स पेन में

थूजा को लेते समय कुछ जरूरी सावधानियां ( Some Important Precautions While Taking Thuja in hindi )

अगर आप थूजा का उपयोग करने की सोच रहे हैं तो आपको निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिये ।

1. दौरों की समस्या से पीडित हैं तो थूजा का उपयोग ना करें ( Do not use Thuja if you are suffering from seizures )

कुछ लेकिन बहुत कम मामलों में देखने में आया है की दौरों से पीडित व्यक्ति का थूजा का सेवन करने से उसकी समस्या बढ़ जाती है इसलिए यदि कोई व्यक्ति दोरों ( seizures ) से ग्रसित है तो उसको थूजा का उपयोग नही करना चाहिये ।

गर्भवस्था में थूजा का उपयोग करने से बचें ( Avoid using thuja in pregnancy in hindi )

pregnancy में थूजा लेना काफी Unsafe होता है क्योकि कुछ होम्योपैथिकों के अनुसार इससे गर्भपात होने का खतरा होता है ।

इसके अलावा अगर आप बच्चे को स्तनपान कराने वाली माँ हैं तब भी आपको इस दवा को लेने से बचना चाहिये ।

ऑटो इम्यून रोग में थूजा का उपयोग करें ( The use of thuja in auto immune diseases in hindi )

थूजा का अधिक इस्तेमाल करने से शरीर का Defence system ओवरएक्टिव हो सकता है जिसके चलते ऑटो इम्यून रोग से सम्बन्धित रोगों के लक्षण बढ़ सकते हैं । इसलिए इस स्थिति में थूजा का उपयोग करने से बचें ।

थूजा की खुराक ( Thuja dosage in hindi )

होम्योपैथिक दवाओं की खुराक कई कारणों पर निर्भर करती है और अक्सर डॉक्टर भी मरीज की अच्छी तरह जाँच पडताल करने के बाद ही कोई खुराक देता है ।

आमतौर पर कोई डॉक्टर मरीज की उम्र, उसकी स्वास्थ्य स्थिति, लिंग और रोग की गंभीरता को देखने के बाद ही कोई खुराक सुनिश्चित करता है ।

इसलिए हम हर व्यक्ति के लिए एक तय खुराक नही बता सकते, थूजा की खुराक ( Thuja dosage in hindi ) के लिए अपने होम्योपैथिक डॉक्टर से जरूर सलाह लें ।

ज्यादातर लोगों का मानना है की प्राकृतिक या हर्बल तत्वों से बनी दवाओं का कोई नुकसान नही होता लेकिन ध्यान रहे ! ये पुरी तरह सच नही है गलत तरीके या मात्रा में लेने से इन दवाओं के भी नकारात्मक प्रभाव पड सकते हैं ।

इसलिए किसी भी दवा को लेने से पहले उसके साथ आने वाले लेबलों और दिशा निर्देशों को जरूर पढ़ लिया करें

F&Q

प्रश्न :- थूजा क्रीम किस काम आती है ?

उत्तर :- थूजा क्रीम मस्सों में काम आती है ।

प्रश्न :- थूजा किस पावर में लेनी चाहिए ?

उत्तर :- थूजा को 30, 200 या 1M में डॉक्टर लिखते है ,ये रोग किस प्रकार का ओर कितना पुराना है उस पर निर्भर करता है ।

प्रश्न :- thuja Q होम्योपैथिक दवा का use ?
उत्तर :- थूजा का प्रयोग मस्सों में किया जाता है , ये लगाने के ओर पीने के दोनों के काम आता है ।

निष्कर्ष

प्रिय मित्रों ! इस आर्टिकल में हमने आपको थूजा का उपयोग किन समस्याओं में किया जाता है ( thuja 200 uses in hindi ) के बारे में विस्तार के बताया साथ ही इस दवा से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में भी अवगत कराया ।

हमें उम्मीद है की आपको ये Artical पसंद आया होगा अगर अभी भी आपके मन में किसी प्रकार का सवाल है तो हमें कमेंट कर के जरूर बताएं

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